जलती कली पीया से मिलन लागे, जलती कली पीया से मिलन लागे ! जलती कली पीया से मिलन लागे, जलती कली पीया से मिलन लागे !
यह कविता प्यार का इज़हार है। यह कविता प्यार का इज़हार है।
मीठे सपनों के साथ सुकून से सो जाते हैं मेरी प्यारी बिटिया। मीठे सपनों के साथ सुकून से सो जाते हैं मेरी प्यारी बिटिया।
वो मैक़दे की शौख़ियां ये हुस़्ने जहां की झलकियां क्या ले सकूं क्या छोड़ दूं अब मेरा जनाज़ा उठने द... वो मैक़दे की शौख़ियां ये हुस़्ने जहां की झलकियां क्या ले सकूं क्या छोड़ दूं अ...
इन लहजों ने कुछ तो छिपा रखा है कहीं आँधी कहीं तूफाँ उठा रखा है। इन लहजों ने कुछ तो छिपा रखा है कहीं आँधी कहीं तूफाँ उठा रखा है।
आज खुद का न रहूँगा तो कोई गम नहीं। हो जा बिंदास, बेफिक्र तू कर ले मजा। आज खुद का न रहूँगा तो कोई गम नहीं। हो जा बिंदास, बेफिक्र तू कर ले मजा।